उत्तराखंड: रेरा की चुनौतियों पर मंथन, समाधान के लिए आए ठोस सुझाव

खबर शेयर करें

Dehradun News: उत्तराखंड रियल एस्टेट अथॉरिटी (रेरा) द्वारा आयोजित कार्यशाला में रियल एस्टेट से संबंधित चुनौतियों और शिकायतों को जल्द से जल्द दूर करने का संकल्प लिया गया। सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी ऑडिटोरिम में आयोजित कार्यशाला में हितधारकों को होने वाले परेशानियों और उन्हें अधिक से अधिक सुविधा और सहयोग देने को लेकर चर्चा हुई। कार्यशाला में बड़ी संख्या में बिल्डर्स, बायर्स, एजेट्स और अन्य हितधारकों ने हिस्सा लिया।

कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य सचिव उत्तराखंड आनंद वर्द्धन ने किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला रेरा से संबंधित सभी पक्षों और हितधारकों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित होगी और रेरा से संबंधित गतिविधियों के साथ ही बिल्डर और बायर्स किस तरह से रेरा के प्रावधानों का लाभ उठा सकते हैं, इस बारे में स्थिति स्पष्ट होगी।
उत्तराखंड रेरा के चेयरमैन पूर्व आईएएस अधिकारी रबीन्द्र पंवार ने कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर के सामने मौजूदा दौर में कई तरह की चुनौतियां हैं। इन चुनौतियों और समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस पहल की जानी चाहिए और एक प्रभावी रणनीति बनाई जानी चाहिए। उन्होंने राज्य में एक बेहर रियल एस्टेट इकोसिस्टम विकसित करने की जरूरत पर जोर दिया।

Ad

चार सत्रों में आयोजित इस वर्कशॉप में नॉलेज सत्र में रेरा के सदस्य नरेश मठपाल ने रेरा की गतिविधियों और नियमों का विस्तार से प्रस्तुतिकरण दिया। इस प्रस्तुतीकरण में बिल्डर, बायर्स और विभिन्न स्टेकहोल्डर्स से जुडे़ मुद्दों एवं राज्य में रेरा के क्रियान्वयन की प्रगति तथा प्रमुख कानूनी पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी: 14 टायरा ट्रक ने बाइक सवार को रौंदा, मौत

वर्कशॉप के तीसरे सत्र में पैनल डिस्कशन किया गया। इस सत्र में बायर्स और बिल्डर्स के साथ ही बड़ी संख्या में आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधि, रेरा के अधिकारी और क़ानूनी एक्सपर्ट शामिल हुए। रेरा सदस्य नरेश मठपाल, नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल के उत्तराखंड प्रतिनिधि व शिखर ग्रुप के एमडी मनोज जोशी, अधिवक्ता डॉक्टर अमन राब एवं देहरादून के सिद्धार्थ अपार्टमेंट्स और पैसिफिक गोल्फ स्टेट से एस के जैन और सेवानिवृत कर्नल रोहित मिश्रा पैनल डिस्कशन में पैनलिस्ट के रूप में शामिल हुए। सभी पैनलिस्ट ने रियल एस्टेट को लेकर अपने अनुभव और इस क्षेत्र में सामने आने वाली समस्याओं के साथ कई सुझाव देते हुए अपनी बात रखी। इस सत्र का संचालन देहरादून स्थित एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक श्री अनूप नौटियाल ने किया।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी: बनभूलपुरा में करोड़ों की नजूल भूमि से अवैध कब्जा हटाया, लगाया चेतावनी बोर्ड

इस दौरान ओपन हाउस सेशन भी रखा गया। इस में कई प्रतिभागियों ने अपने विचार रखे और रियल एस्टेट क्षेत्र में स्टेकहोल्डर्स को अधिक से अधिक से सुविधाएं देने की बात कही। ओपन हाउस सेशन में रेरा के चेयरमैन पूर्व आईएएस अधिकारी श्री रबीन्द्र पंवार और रेरा सदस्य श्री अमिताभा मैत्रा ने सवालों के जवाब दिए।

यह भी पढ़ें 👉  पहलगाम आतंकी हमला: मुसलमान हो या हिन्दू, हमने बोला हम हिंदू है फिर मेरे पति को मार दी गोली...

रेरा उत्तराखंड के चेयरमैन रबीन्द्र पंवार ने कार्यशाला को एक सफल आयोजन बताया। उन्होंने कहा कि कई अच्छे सुझाव सामने आये हैं। इन महत्वपूर्ण नीतिगत सुझावों का रेरा अपने स्तर पर विश्लेषण करेगा और शासन को सूचित करेगा, ताकि रियल एस्टेट सेक्टर को राज्य में और अधिक गति मिल सके। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन सुझावों पर जल्द अमल किया जाएगा और इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। इन सुझावों पर अमल के बाद रियल एस्टेट सेक्टर मे मौजूद विवादों व शिकायतों का तेजी से समाधान किया जा सकेगा।

कार्यशाला में शासन, प्रशासन, आवास, शहरी विकास, विकास प्राधिकरण, टाउन एण्ड कन्ट्री प्लानिंग, बैंक आदि के अधिकारीगण, चार्टर्ड एकाउन्टेंट, इंजीनियरर्स, आर्किटेक्ट्स, अधिवक्तागण और अन्य हितधारक बड़ी संख्या में शामिल थे।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।