रामनगर: पति जेल में बंद तो पत्नी ने घर को बना डाला देहव्यापार का कोठा, पुलिस ने ग्राहक बन किया आठ लोगों को गिरफ्तार
Pahad Prabhat News: लंबे समय से पुलिस को मिल रही शिकायत के बाद रामनगर में पुलिस ने देह व्यापार का पर्दाफाश किया। पुलिस ने चोरपानी गांव में ग्राहक बनकर अनैतिक देह व्यापार चलाने वाले गिरोह के संचालक-संचालिका समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि दूसरा संचालक रोहित मौके से भागने में सफल रहा। जिसे आज सुबह गिरफ्तार कर लिया। सभी के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस को काफी दिनों से चोरपानी गांव में पूजा सैनी के घर में देह व्यापार चलाने की सूचना मिल रही थी। पूजा का पति हत्या के मामले में जेल में बंद है। ऐसे में पुलिस ने छापेमारी की योजना बनाकर बुधवार शाम को टीम गठित की गई। पुलिस ने गिरोह को पकडऩे के लिए उनके संचालकों से दो लोगों का पांच हजार रुपये में फोन पर सौदा तय किया। इसके दो पुलिस कर्मियों को सादी वर्दी में संचालक के घर गये। कुछ देर तक पुलिस कर्मी वहां रहे।
इसके बाद सीओ बलजीत सिंह भाकुनी के नेतृत्व में एसओजी प्रभारी सुधीर, कोतवाल अबुल कलाम व पुलिस टीम ने वहां छापेमारी की तो हडक़ंप मच गया। पुलिस के दरवाजा खोलते ही दो कमरों में दो जोड़े आपत्तिजनक हालत में पाए गए। इस दौरान घर में मौजूद चार महिलाओं व चार युवकों को पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस उन्हें कोतवाली ले आयी जहां पता चला कि लंबे समय से अनैतिक व्यापार का धंधा कर रहे थे।
सीओ बलजीत सिंह भाकुनी ने बताया कि आरोपियों में संचालक लखनपुर निवासी शंकर पुत्र द्वारिकाप्रसाद, भवानीगंज निवासी गर्षित पुत्र विकास व खताड़ी निवासी मुनीष पुत्र इसरत व मोहल्ला गुलरघट्टी निवासी बादशाह इरशाद पुत्र शहादत व चार महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सभी के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार का मुकदमा दर्ज कर लिया।। पूछताछ के दौरान गिरोह से जुड़ी अन्य कालगर्ल के नाम भी सामने आए हैं। पुलिस ऐसी का लगर्ल की डिटेल खंगाल रही है। कोतवाल ने बताया कि सामने आए कुछ नामों की जानकारी जुटाई जा रही है।
कोतवाल अबुल कलाम ने बताया कि संचालिका एक व्यक्ति से 2500 रुपये लेती थी। इसके बाद वह काल गर्ल को उसमें से आधी रकम देती थी। इससे पहले में चोरपानी गांव में अनैतिक व्यापार पकड़ा गया था। तब मोहल्ले के लोगों की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की थी। आसपास रहने वाले कई लोगों को संचालिका के घर में नये-नये लोगों के आने की वजह से अवैध धंधा होने का शक था।