ऑनलाइन पेमेंट: एक अप्रैल से लगेगा झटका, अब UPI पेमेंट करने पर कटेगा चार्ज !…

खबर शेयर करें

Delhi News:एक अप्रैल से महंगाई का एक और झटका लगने जा रहा है। नोटबंदी के बाद कैश की जगह स्मार्टफोन ले ले लिया है तो अब ये आदत आपको महंगी पड़ने वाली है। एनपीसीआई ने यूपीआई पेमेंट को लेकर सर्कुलर जारी किया है। जिसमें 1 अप्रैल से यूपीआई से होने वाले मर्चेट पेमेंट पर पीपीआई चार्ज लगाने की सिफारिश की है। फिलहाल ये सिफारिश की गई है। यहां ये ध्यान देना होगा कि अगर ये लागू हो जाता है कि आपको यूपीआई से ट्रांजैक्शन करने पर अतिरिक्त चार्ज लगेगा।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड:(बड़ी खबर)- सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, केदारनाथ धाम में डीजे बजाकर नाचने वालों पर मुकदमा दर्ज

यूपीआई से पेमेंट करना अब महंगा होगा। 1 अप्रैल से यूपीआई से पेमेंट करने पर आपको चार्ज देना होगा। यानी 1 अप्रैल से जीपे (GPay), फोनपे (phonePe) , पेटीएम (Paytm)ऐप से पेमेंट करेन पर चार्ज देना पड़ सकता है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस बारे में एक सर्कुल जारी किया है। जिसके मुताबिक यूपीआई से मर्चेंट ट्रांजेक्शन पर फीस लगाने का सुझाव दिया गया है। इसका मतलब ये है कि 1 अप्रैल से मर्चेंट के साथ की जाने वाली लेनदेन पर आपक अतिरिक्त चार्ज लगेगा।

Ad

24 मार्च को एनपीसीआई की ओर से ये सर्कुलर जारी किया गया। इस सर्कुलर में प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI) फीस लगाने का सुझाव दिया गा है। ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक यूपीआई पेमेंट सिस्टम इस सुझाव के बाद 2000 रुपए से अधिक से यूपीआई पेमेंट पर पीपीआई फीस यानी एक्सट्रा चार्ज लगाने की तैयारी कर रहा है। अगर ये होता है तो 2000 रुपये से अधिक के लेनेदेन पर 1.1 प्रतिशत का चार्ज लग सकता है। बता दे कि यूपीआई से होने वाले ट्रांजैक्शन का 70 फीसदी ट्रांजैक्शन 2 हजार रुपये से अधिक वैल्यू की होती है। ऐसे लोगों को अब फोनपे, यूपीआई, गूगलपे, पेटीएम जैसे डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए एक्सट्रा चार्ज देना पड़ सकता है।

पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।