हल्द्वानी। शहर में हुई अनोखी बारात, न बैंड न बाराती मात्र 17 मिनट में हुई शादी

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हल्द्वानी। आजकल का युवा कई मिसाल दे रहा है। एक ओर जहां लोग शादियों में लाखों खर्च कर रहे वही दिखावे और अनावश्यक खर्च से परहेज कर कमल और रीतू ने सादगी से शादी कर समाज को एक बड़ा सन्देश दिया। इस बारात की खास बात यह थी कि न बैंड बजा न बराती आए। कबीर साहेब और गुरु प्रतिमा को साक्षी मानकर दोनों ने 17 मिनट में विवाह कर लिया। विवाह में दोनों पक्षों ने एक रुपया भी दहेज का लेनदेन नहीं किया। विवाह में कोरोना गाइड लाइन का पूरी तरह पालन किया गया।

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जानकारी के अनुसार किड़ई, दुग नाकुरी बागेश्वर निवासी कमल चौहान पुत्र इंद्र सिंह और पिथौरागढ़ निवासी रीतू पुत्री भगवान सिंह बसेड़ा ने गुरुवार को बिठौरिया, ऊंचापुल में खुशाल सिंह मेहता के घर में सादगी से विवाह किया। खुशाल सिंह रिश्ते में दूल्हे के मामा हैं। दूल्हा दुल्हन ने किसी प्रकार के आभूषण भी नहीं पहने। कमल जलागम कपकोट में कार्यरत है। रीतू ने एमए की पढ़ाई पूरी की है। शहर भर में सादगी वाला यह विवाह चर्चा का विषय बना रहा।

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जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।