हल्द्वानी: आज से शुरू हुआ उत्तरायणी महोत्सव घुघुतिया त्यार, ये लोककलाकार मचायेंगे धूम…

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Haldwani News: पर्वतीय संस्कृति का प्रतीक उत्तरायणी महोत्सव घुघुतिया त्यार आज से 15 जनवरी तक पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। यह जानकारी देते हुए पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच के अध्यक्ष डॉ चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि विगत वर्षों की भांति इस बार भी पर्वतीय संस्कृति और समाज पर आधारित मेले का आयोजन भव्य रुप में मनाया जाएगा।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ तिवारी ने बताया विगत दिनों पर्वतीय संस्कृति और समाज पर कतिपय असामाजिक शरारती तत्वों द्वारा जिस प्रकार से इसके कुप्रचार का प्रयास किया गया और पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच के कार्यक्रमों को बाधित करने का प्रयास किया गया उसका पर्वतीय समाज ने एकजुट होकर सामना किया।

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उन्होंने बताया संस्था के प्रति अपने भावनात्मक लगाव का सभी ने परिचय दिया है, उससे यह साबित हो चुका है कि पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच को आघात पहुंचाने वालों को सबक सिखाने के लिए पर्वती समाज एकजुट है। इस घटना ने यह भी सिद्ध कर दिया है कि संस्था निर्विरोध रूप से गैर राजनीतिक है, यही कारण है कि हमारी संस्कृति पर किए जा रहे आघात का सभी ने एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।

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ज्ञात हो कि पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच विगत 40 वर्षों से पर्वतीय संस्कृति को जीवंत बनाए रखने के लिए प्रयासरत है। मंच में पर्वतीय संस्कृति से संबंधित सभी धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम यहां आयोजित किए जाते हैं। कोरोना के बाद इस साल उत्तरायणी मेला घुघुतिया त्यार पर्वतीय संस्कृति और समाज की भावनाओं को प्रदर्शित करने तथा इसे बरकरार रखने के लिए यह ऐतिहासिक मंच बनाया गया है। तिवारी के अलावा मंच के महामंत्री मुकेश चंद्र शर्मा ने बताया कि गत वर्षो की भांति इस बार उत्तरायणी मेले को भव्य के साथ मनाया जाएगा। इस दौरान मेला संयोजक, सांस्कृतिक संयोजक तथा रैली संयोजक सभी ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। सांस्कृतिक संयोजक ने बताया कि 8 जनवरी से 15 जनवरी तक मेले के दौरान विभिन्न रंगकर्मी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान कुमाऊं एवं गढ़वाल के जाने माने लोक गायकों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शिरकत की जाएगी।

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पत्रकार वार्ता के दौरान संरक्षक भुवन चंद्र जोशी, एन वी गुणवंत, हुकम सिंह कुंवर, हेमंत सिंह बगड़वाल, पूरन चंद भंडारी, गोपाल सिंह बिष्ट, शोभा बिष्ट, रत्ना श्रीवास्तव, ज्योति पाठक समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।

पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।