हल्द्वानी: मोदी सरकार में गरीबों पर महंगाई की मार, आटे पर जीएसटी लगाकर छीना गरीबों का निवाला: डिंपल पांडेय

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Haldwani News: आज समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष डिंपल पांडे ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि महंगाई आज आसमान छू रही है, मोदी सरकार ने गरीब के मुंह का निवाला छीन लिया है। आज आम आदमी दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है। दूध और आटे जैसी जरूरतमंद चीजों पर जीएसटी लगाकर मोदी सरकार ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। अच्छे दिनों का वादा कर सत्ता में आई मोदी सरकार ने गरीबों के साथ सिर्फ छलावा किया है।

उन्होने कहा कि इससे पहले वर्ष 2016 में मोदी सरकार ने नोटबंदी कर आम आदमी की कमर तोड़ दी थी। हालत यह थे कि लोगों को अपने पैसों के लिए दिनभर लाइनों में खड़ा होना पड़ा। साथ ही नोटबंदी से उद्योग धंधे बंद हो गए, जिससे लाखों लोगों का रोजगार छिन गया। ऐसे में लाखों लोग बेरोजगार हो गए। आज गरीब आदमी रोजगार के साथ-साथ खाने के लिए भी संघर्ष कर रहा है। इसके बाद वर्ष 2017 में जीएसटी के नाम पर आम आदमी के सिर पर बोझ डाला गया। आज हर जरूरतमंद चीज पर जीएसटी लागू कर दी गई है।जिससे वह चीज आम आदमी की पहुंच से लगातार दूर होती जा रही है। ऐसे में इसे अगर गब्बर सिंह टैक्स ना कहें तो क्या कहें।

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उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले मोदी सरकार ने कहा था एक देश एक टैक्स, लेकिन आज हर चीज पर जीएसटी लागू कर दी गई है। जिससे आम आदमी पूरी तरह से त्रस्त है। जीएसटी के नाम पर सबसे ज्यादा शोषण व्यापारियो का किया जा रहा है जिनसे मनमाफिक वसूली की जा रही है। देश की अर्थव्यवस्था की रीढ कहे जाने वाले व्यापारियों की मोदी सरकार ने पूरी तरह से कमर तोड़ दी है। केंद्र सरकार अलग से टैक्सी ले रही है, राज्य सरकार अलग से टैक्सी ले रही है ऐसे में व्यापारियों पर लगातार टैक्स का बोझ बढ़ता जा रहा है। जीएसटी के नाम पर मोदी सरकार ने दूध और आटे तक को नहीं छोड़ा है। दूध और आटे पर जीएसटी लागू कर दी गई है। ऐसे मोदी सरकार गरीब के मुंह निवाला छीनने का काम कर रही है।

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उन्होंने कहा कि मोदी सरकार उज्जवला योजना के नाम पर हर घर सिलेंडर पहुंचाने का ढिढोरा पीट रही थी। आज सिलेंडर इतना महंगा हो चुका है कि लोगों के पास सिलेंडर भराने के पैसे नहीं है। काम धंधे सब बंद हो चुके हैं। ऐसे में लोग रोजगार के साथ-साथ खाने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। सरकार बेफिजूल की बातें करके अन्य मुद्दों पर जनता का ध्यान भटका रही है जो देश के लिए घातक साबित हो सकता है।

पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।