हल्द्वानी: विधायक सुमित ने नोटिस अतिक्रमण मामले में प्रशासन की कार्यशैली पर उठाए सवाल

हल्द्वानी। विधायक सुमित हृदयेश ने आज होटल सौरभ, नैनीताल रोड में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने हल्द्वानी शहर में अतिक्रमण के नाम पर प्रशासन द्वारा की जा रही कार्यवाहियों को एकपक्षीय, तानाशाही और आमजन विरोधी करार दिया।

उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से प्रशासन द्वारा आम नागरिकों के मकानों पर प्रशासन बुरी नज़र डाल रहा है। इन कार्यवाहियों के चलते कई परिवारों पर डर का माहौल बना हुआ है, जिनमें से अधिकतर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं। विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई कानून और व्यवस्था के नाम पर अराजकता को बढ़ावा दे रही है, जो किसी भी संवैधानिक शासन व्यवस्था में स्वीकार्य नहीं हो सकती।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कानून के नाम पर गरीबों के सिर से छत छीनना अन्याय है और इसका डटकर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा की मैं मुख्यमंत्री से निवेदन करता हूँ की सरकार तुरंत इस नोटिस को वापस लेने के आदेश करे और आम इंसान को राहत प्रदान करे।
प्रेस वार्ता में उन्होंने प्रदेश में पंचायत चुनावों के अचानक रद्द किए जाने के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध बताते हुए कहा कि यह फैसला जनभावनाओं की अनदेखी है। पंचायत चुनाव लोकतंत्र की जड़ें हैं और इनका समय पर होना जरूरी है ताकि जनता की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।
विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि वे इन दोनों मामलों में जनता की आवाज बनकर सामने आए हैं और हर लोकतांत्रिक मंच पर अपनी बात मजबूती से रखते रहेंगे।
इस दौरान महिला कांग्रेस अध्यक्ष मधु सांगुड़ी, हरीश मेहता, एन.बी गुणवंत, मोहन बिष्ट, सुहैल अहमद सिद्दीकी, मलय बिष्ट, दीप पाठक, बहादुर बिष्ट, मुकुल, सतनाम सिंह, नरेश अग्रवाल, गिरीश पांडे, जाकिर हुसैन सहित अन्य लोग मौजूद रहे।


















