हल्द्वानी: मास्क कोरोना को हराने का सबसे बड़ा हथियार: आशा शुक्ला

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Haldwani News: कोरोनकाल में लोगों को जागरूक करने का काम कर चुकी सामाजिक कार्यकर्ता आशा शुक्ला कहना है कि कोरोना की बीमारी अब बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गई है। नौजवान और बच्चे भी इसके जद में आने लगे हैं। प्रोटोकाल का पालन करते हुए किसी को बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह देते हुए कहते हैं, दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी के सरकारी आदेश का अक्षरश: पालन करना चाहिए।

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बता दे कि आशा शुक्ला ने कोरोनाकाल में लोगों को मास्क बांट जागरूक करने का काम किया था। अब तीसरी लहर को देखते हुए उन्होंने कहा कि हर कोरोना का टीका अवश्य लगाएं। इस टीका में कोरोना से लड़ने की शक्ति है।

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उनका कहना है कि संक्रमित व्यक्ति समाजिक दूरी बनाकर रखें। अपने रोग को छिपाए नहीं। घर में अकेले रह अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रखें। इससे परिवार के साथ-साथ समाज की भलाई होगी। जैसा डाक्टर सलाह देते हैं, उक्त दवा को लेते रहें। मास्क और सेनेटाइजर का इस्तेमाल करे।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।