अग्निपथ भर्ती योजना: युवाओं की भर्ती का खुला रास्ता, जानें क्या हैं सेना में भर्ती से जुड़े नए नियम

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Agneepath scheme launch: भारतीय सेना में भर्ती के लिए नए नियम लागू हो गए हैं । केंद्र सरकार ने आज से ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ शुरू की है । केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई योजना लॉन्च करते हुए कहा कि इससे युवाओं को सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा। रक्षा मंत्रालय ने सेना भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। सेना भर्ती के लिए सरकार की ओर से ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ को लॉन्च किया गया है। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया, इसके तहत सेना में चार साल के लिए अग्निवीरों यानी युवाओं की भर्ती की जाएगी। सरकार की ओर से यह कदम सेना की औसत उम्र कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है। उन्होंने बताया कि इस समय सेना की औसत उम्र 32 साल है, जिसे अगले कुछ सालों में 26 साल करने का प्रयास किया जाएगा। यह योजना रक्षा बलों के खर्च और आयु प्रोफाइल को कम करने की दिशा में सरकार के प्रयासों का एक हिस्सा मानी जा रही है।

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इन पदों पर होगी भर्ती

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अग्निपथ योजना के तहत थल सेना में सोल्जर रैंक, नौसेना में नौसैनिक या सोलर रैंक पर और वायु सेना में वायु सैनिक यानि एयरमैन रैंक पर भर्ती करने का प्रस्ताव है। अग्निपथ योजना के लिए उम्र साढ़े 17 साल से 21 साल तक होनी चाहिए। इस योजना के तहत 10 हफ्ते से लेकर 6 महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद अग्निवारों को देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया जाएगा। अगर कोई अग्निवीर देश की सेवा करते हुए शहीद हो जाता है तो उनके परिजनों को सेवा निधि समेत एक करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी। इसके अलावा, बची हुई नौकरी का वेतन भी परिजनों को दिया जाएगा।

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सैलरी

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अनुसार, अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले साल चार लाख 76 हजार रुपये का सालाना पैकेज मिलेगी, जो चार साल में बढ़कर छह लाख 92 हजार रुपये तक पहुंच जाएगा। यानी हर महीने 50 हजार रुपये से अधिक की सैलरी होगी। वहीं, जब चार साल की नौकरी पूरी हो जाएगी तो सेवा निधि के रूप में 11.7 लाख रुपये दिए जाएंगे।

अग्निवीरों की भर्ती पूरे देश में आयोजित की जाएगी। मेरिट में आए युवाओं को इसमें चुना जाएगा। चुने गए कैंडिडेट्स बतौर अग्निवीर 4 साल तक सेना में सर्विस देंगे। चार साल की सेवा के बाद अग्निवीर सेना की नौकरी छोड़ देंगे। इसके बाद वह समाज में एक स्कील्ड नागरिक के तौर पर अनुशासित जीवन जी सकते हैं। मेरिट के आधार पर और सेना की जरूरत के हिसाब से सेना 25 फीसद अग्निवीरों को रेगुलर कैडर में समायोजित कर सकती है। होलोग्राफिक्स, नाइट, फायर कंट्रोल सिस्टम से लैस होंगे जवान। हैंड हेल्ड टारगेट सिस्टम भी जवानों के हाथ में दिए जाएंगे।

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हर साल 10वीं और 12वीं पास साढ़े सतरह से 21 वर्ष की आयु के 46000 युवाओं को इस योजना के तहत बतौर अग्निवीर जवान भर्ती किया जाएगा और इन्हें आकर्षक वेतन के साथ एकमुश्त रिटायरमेंट निधि भी दी जाएगी। इस अनोखी योजना के सहारे तीनों सेनाओं का स्वरूप अधिक युवा होगा ओर सैनिकों की औसत उम्र 32 साल से घटकर 26 साल तक पहुंच जाएगी। सेना, नौसेना और वायुसेना लड़कियों को भी अग्निवीर के रूप में भर्ती का उचित मौका देंगे।

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पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।