बेटे मान तो, सम्मान हैं बेटियांँ

बेटे मान तो ,सम्मान हैं बेटियांँ
बेटे पहचान तो ,महान हैं बेटियांँ।
केसर क्यारी, पिस्ता बादाम हैं बेटियांँ।
चोटी है छोटी पर चढ़ जाएं चोटी
धरती से अम्बर उड़ान हैं बेटियांँ।
घर में थककर चूर होकर आओ
पानी का करतीं ख्याल हैं बेटियांँ।
दोगे जो हंसके,वो ही लेंगी
मांगेंगी कुछ न सयानी हैं बेटियांँ।
बेटे को दो चाहे दूध मलाई
मक्खन सा पिघला एहसास हैं बेटियांँ।
चांद सी सुंदर ,दिल है समुद्र
रजनी में भानु का भान हैं बेटियांँ ।
बेसन के लड्डू और काजू की बर्फी
गणेश के मोदक की मिठास है बेटियांँ।
विपत्ति की कसौटी उन्होंने कसी हैं
मुश्किल घड़ी में मुस्कान हैं बेटियांँ।
पुष्पों सी महकतीं ,गूंजे किलकारी
रौनक है घर की, शान हैं बेटियांँ।
सहनशक्ति धैर्य साहस ले आईं
चुप रह सब सहन कर जाती हैं बेटियांँ
उड़ रहीं अब उड़ान छू रहीं आसमान
नाज है हमको हमारी भी हैं बेटियांँ।।














