बाल गीत: चिड़िया रानी, चिड़िया रानी…
चिड़िया रानी, चिड़िया रानी ,
खाती दाना पीती पानी ।
तिनका तिनका जोड़ के लाती,
अपना नीड स्वयं बनाती ।
मेहनत से न तुम घबराती ,
सबको मेहनत का पाठ पढाती ।
देख तुम्हारा अनथक श्रम,
हैरत में पड़ जाते हम ।
सदा निडर बढ़ती हो आगे,
भला तुम्हें कोई कैसे बाँधे ।
हिल मिल रहते बन्धु तुम्हारे,
सदा चहकते साँझ सकारे।
हम सबको देती सदज्ञान ,
सदा समय का रखो ध्यान ।
उड़ती फिरती चाहे कहीं भी,
समय पे आ जाती निज धाम,
चिड़िया रानी,चिड़िया रानी,
मेरे घर आओ बन मेहमान ।।