हल्द्वानी: रजत जयंती वर्ष में आँचल संघ की पहल, उपभोक्ताओं को किया जागरूक

लालकुआँ। नैनीताल आँचल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड के अध्यक्ष मुकेश बोरा के सशक्त नेतृत्व में संघ की 25वीं रजत जयंती के अवसर पर उपभोक्ताओं को दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता और सहकारी प्रणाली के महत्व से अवगत कराने के उद्देश्य से चार उपभोक्ता जागरूकता कैंप आयोजित किए गए। ये कैंप नैनीताल, बेतालघाट, काठगोदाम और हल्द्वानी में संपन्न हुए।
कैंपों में उपभोक्ताओं को निशुल्क लैक्टोमीटर एवं सिंथेटिक जांच किट वितरित की गई, ताकि वे घर पर ही दूध की शुद्धता की जांच कर सकें। कार्यक्रमों के दौरान उपभोक्ताओं ने अपने सुझाव साझा किए और ‘आँचल’ ब्रांड की पारदर्शिता, गुणवत्ता एवं सेवा की सराहना की। इन शिविरों में बड़ी संख्या में उपभोक्ता, दुग्ध उत्पादक, विद्यार्थी और स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
विशेषज्ञों एवं संघ अधिकारियों ने उपस्थित जनसमूह को ‘आँचल’ ब्रांड की शुद्धता, गुणवत्ता और पारदर्शिता नीति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इन चारों जागरूकता कैंपों के माध्यम से लगभग 1250 उपभोक्ताओं को दुग्ध उत्पादों की शुद्धता के प्रति सजग किया गया तथा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच सहकारिता के सेतु को और अधिक सशक्त बनाया गया।
संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा ने कहा कि “‘आँचल’ ब्रांड प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों की मेहनत और उपभोक्ताओं के विश्वास का प्रतीक है। संघ द्वारा उत्पादित दूध एवं दुग्ध उत्पाद उच्च गुणवत्ता मानकों के अनुरूप हैं, जिनकी नियमित जांच प्रयोगशालाओं में की जाती है।
उन्होंने कहा कि आज उपभोक्ता पहले से अधिक जागरूक हैं और शुद्धता की मांग बढ़ रही है। ऐसे में सहकारी संस्थाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि यह व्यवस्था उत्पादक से उपभोक्ता तक उत्पादों को पारदर्शी प्रणाली से पहुँचाने का कार्य करती है।
उन्होंने आगे कहा कि उपभोक्ताओं को दूध या दुग्ध उत्पादों का उपयोग करने से पहले उसकी शुद्धता की परख अवश्य करनी चाहिए, ताकि वे अपने परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। यह पहल भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगी, जिससे दुग्ध उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों को लाभ मिल सकेगा।
कार्यक्रम का संचालन प्रशासन/विपणन प्रभारी संजय सिंह भाकुनी ने किया। उन्होंने उपभोक्ताओं को शुद्ध दुग्ध उत्पादों की पहचान, दूध में मिलावट की जांच के सरल उपाय, पैकेजिंग पर अंकित जानकारी पढ़ने के तरीके तथा गुणवत्ता प्रमाणन की पहचान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि “दूध की शुद्धता उपभोक्ता का अधिकार है।” निशुल्क लैक्टोमीटर किट वितरण का उद्देश्य उपभोक्ताओं और दुग्ध उत्पादकों दोनों तक शुद्ध एवं गुणवत्तायुक्त आँचल दूध पहुँचाना है। इस अवसर पर लैक्टोमीटर का प्रायोगिक प्रदर्शन भी किया गया, ताकि लोग स्वयं दूध की जांच करना सीख सकें।
संघ के सामान्य प्रबंधक अनुराग शर्मा ने कहा कि भविष्य में भी उपभोक्ताओं को सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले दुग्ध उत्पाद उपलब्ध कराए जाएंगे तथा सहकारी व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा।
आयोजित शिविरों में विपणन प्रभारी हेमंत पाल, विपिन तिवारी (पर्वतीय क्षेत्र) सहित मार्ग प्रभारी लोकेश शर्मा, मनोज कुमार, सुमित तिवारी, कुलदीप रैकवार, मोहन पांडे, पारस, सुमित पांडे, सुदर्शन मेहरा, त्रिलोक, प्रमोद जोशी, बाला दत्त, अनिल कुमार, चंदन नेगी, गणेश जोशी एवं जगदीश मौजूद रहे।



















