पत्नी ने मांगा तलाक: शादी के आठ साल बाद पति पहनने लगा पत्नी की साड़ियां, लगाने लगा लिपस्टिक

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गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने तलाक की अर्जी दी है। वजह बेहद अनोखी है। महिला का कहना है कि उसका पति, जो पेशे से मेकेनिकल इंजीनियर है, अब खुद को महिला मानने लगा है।

शादी के बाद अचानक बदल गया व्यवहार

2013 में शादी करने वाले इस दंपति का वैवाहिक जीवन शुरुआती कुछ सालों तक सामान्य रहा। 2017 में उनके बेटे का जन्म हुआ। लेकिन 2021 में इंजीनियर पति के व्यवहार में अचानक बदलाव आ गया। बेंगलुरु में अपनी कंपनी के काम से लौटने के बाद उसने पत्नी की साड़ियां पहननी शुरू कर दीं। शुरुआत में पत्नी को लगा कि यह सब मजाक के तौर पर हो रहा है, लेकिन जब यह आदत बन गई, तो उसने अपने पति से कारण पूछा।

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महिला बनने का लिया निर्णय

इंजीनियर ने पत्नी को स्पष्ट रूप से बताया कि वह महिला बनना चाहता है। उसने न केवल साड़ी पहननी शुरू की, बल्कि लिपस्टिक लगाने और अपना नाम महिला के तौर पर आधार कार्ड में बदलवाने का भी कदम उठा लिया। उसने परिवार के सामने भी यह ऐलान कर दिया कि उसे अब पुरुष नहीं, बल्कि महिला के रूप में देखा जाए।

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पत्नी ने समझाने की कोशिश की

पत्नी ने अपने पति को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन जब कोई असर नहीं हुआ, तो उसने अलग होने का फैसला कर लिया। महिला ने बताया कि पति ने महिला बनने के लिए दवाएं लेना शुरू कर दी हैं और जल्द ही सर्जरी कराने की भी योजना बना रहा है।

तलाक की अर्जी सहमति से दाखिल

महिला ने तलाक की अर्जी दायर की, जिस पर पति ने भी सहमति जताई। दोनों ने परिवार न्यायालय में सहमति के आधार पर तलाक के लिए आवेदन दिया है। महिला के वकील ने बताया कि पति ने उसे 18 लाख रुपये देकर आर्थिक रूप से मदद भी की है। 2021 से दोनों अलग रह रहे हैं। महिला ने अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एक निजी कंपनी में नौकरी शुरू कर दी है, जबकि पति ने अपनी पोस्टिंग बेंगलुरु में करा ली है।

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जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।