Uttarakhand: पहाड़ में भालू से 20 मिनट तक भिड़ा बुजुर्ग, हार मानकार लौटा भालू

खबर शेयर करें

Pithoragadh News: इन दिनों उत्तराखंड में वन्य जीवों से मानव संघर्ष की खबरें लगातार आ रही है। हल्द्वानी के ग्रामीण क्षेत्रों में बाघ का आंतक जारी है, अभी तक कई लोगों को वह शिकार बना चुका है। वहीं पहाड़ में हमेशा ही वन्यजीव के आंतक की खबरें आते रहती है। अब पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी से खबर है। जहां एक बुजुर्ग पर भालू ने हमला कर लिया। इस दौरान भालू और बुजुर्ग के बीच करीब 20 मिनट तक युद्ध चला। आािखरकार भालू को बुजुर्ग के सामने हार माननी पड़ी और भालू जंगल की ओर भाग गया।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी: शहर में बदलाव के लिए आपका एक वोट जरूरी: ललित जोशी

20 मिनट तक भालू से लड़ा बुजुर्ग

जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे मुनस्यारी से करीब अठारह किमी दूर जीमिया गांव के बुजुर्ग रुद्र सिंह रावत 74 वर्षीय लकड़ी बिनने जंगल गए थे। तभी अचानक उनके सामने एक भालू आ गया। भालू को सामने देख बुजुर्ग के होश उड़ गये। जैसे ही बुजुर्ग बचने की सोच रहा था तभी भालू ने उस पर हमला कर दिया। भालू ने वृद्ध को घायल कर दिया। लेकिन बुजुर्ग ने हिम्मत दिखाते हुए भालू से युद्ध किया। फिर क्या था करीब 15 से 20 मिनट तक बुजुर्ग और भालू के बीच जबरदस्त युद्ध चला। बुजुर्ग को भारी पड़ता देख भालू उसे छोड़ कर जंगल में भाग गया।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी: पौड़ी बस हादसे के बाद अस्पताल में आयी शिकायत, एक्शन में सीएम

पीठ पर बैठाकर अस्पताल तक लाये ग्रामीण

बड़ी मुश्किल से बुजुर्ग रुद्र सिंह गांव पहुंचे। वहा से जोर-जोर से आवाज दी। आवाज सुनकर ग्रामीण मौके की ओर दौड़े, देखा तो लहूलुहान हालत में रुद्र सिंह पड़़े थे। जिसके बाद ग्रामीण उन्हें मुनस्यारी लाए। जहां से ग्रामीण उन्हें पीठ में बैठाकर पैदल प्राथमिक उपचार के लिए मुनस्यारी लाये। हादसे की खबर मिलते ही फार्मेसिस्ट विक्कू सयाना दवा व इंजेक्शन लेकर पहुंचे। दर्द से तड़प रहे रुद्र सिंह को दर्द रोकने का इंजेक्शन देता रहा। इसके बाद चिलमधार के बाद फार्मेसिस्ट अपने वाहन से घायल को सीएचसी मुनस्यारी पहुंचाया। घटना के चार घंटे बाद उसे प्राथमिक उपचार मिल सका। चिकित्सकों के अनुसार वृद्ध की हालत खतरे से बाहर है। ग्रामीणों ने वन विभाग से घायल को तत्काल राहत राशि देने की मांग की है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंडः(बड़ी खबर)-23 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित, आदेश हुआ जारी

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।