उत्तराखंडः सुप्रसिद्ध लोकगायक रमेश बाबू गोस्वामी को मिला उत्तराखंड रत्न 2022 का सम्मान, आप भी दीजिए बधाई…

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Ranikhet News: उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोकगायक रमेश बाबू गोस्वामी ने एक बार फिर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। उनके पिता उत्तराखंड सुर सम्राट स्व. गोपाल बाबू गोस्वामी ने अपने गीतों से देवभूमि को एक नई पहचान दिलाई थी। आज भी उनके गीतों के लोग दीवानें है। अब उनके सुपुत्र सुपरस्टार लोकगायक रमेश बाबू गोस्वामी को उत्तराखंड रत्न 2022 से सम्मानित किया गया। सम्मान मिलने के बाद उनके चाहने वालों और परिवार में खुशी का माहौल है। आगे पढ़िए…

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Business innovation and Experience Award तक द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लोकगायक रमेश बाबू गोस्वामी को उत्तराखंड रत्न 2022 से सम्मानित किया गया। बता दें कि रमेश बाबू गोस्वामी अपने पिता की संगीत विरासत संभालते हुए कई सुपरहिट गीत गा चुके है। उनके गोपुलि गीत ने उत्तराखंड ही नहीं बल्कि विदेशों में भी भारतीय प्रवासियों को जमकर थिरकाया। आज भी शादी-विवाह में उनके गीतों का कब्जा है। आगे पढ़िए…

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Business innovation and Experience Award तक द्वारा उत्तराखंड रत्न 2022 का सम्मान दिये जाने पर लोकगायक रमेश बाबू गोस्वामी ने पूरी टीम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने सावधान इंडिया जैसे सीरियलों में काम कर चुके माहिर खान, हेम भट्ट, हीरा स्वीट, गिरीश सत्यावाली, मनोज लखोटिया समेत पूरी टीम का आभार प्रकट करते हुए उनका धन्यवाद अदा किया। रमेश बाबू गोस्वामी ने बताया कि जल्द ही उनके कई गीत रिलीज होने जा रहे है। उम्मीद है उनके चाहने वालों को यह गीत बेहद पसंद आयेंगे।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।