उत्तराखंड: गौरवान्वित हुई देवभूमि, पहाड़ की बेटी श्वेता नगरकोटी बनी केरल में एसडीएम
उत्तराखंड में एक से बढक़र एक प्रतिभाएं अपनी काबिलियत से देवभूमि का नाम रोशन कर रही है। खेल के मैदान बॉलीवुड जगत तक। सेना से लेकर आईएएस और पीसीएस अफसर तक आज उत्तराखंड के लोगों का डंका बज रहा है। पहाड़ की बेटियां इन मामलों में सबसे आगे है। अल्मोड़ा जिले ने कई प्रतिभाओं को जन्म दिया है। जहां से क्रिकेटर एकता बिष्ट ने अपनी प्रतिभा का लोहा पूरे विश्व में मनवाया है। वहीं से एक और बेटी को अब केरल राज्य में एसडीएम की जिम्मेदारी मिली है। एक बार फिर अल्मोड़ा ही नहीं उत्तराखंड का नाम पूरे देशभर में छाया है।
लमगड़ा को तब एक नई पहचान मिली थी जब वर्ष 2004 में पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी ने क्रिकेट में अपने बड़े धमाके से दुनियां भर में अपनी छाप छोड़ी थी। इसके बाद फिर लमगड़ा के पास एक और मौका आया है। जब श्वेता ने आईएएस की परीक्षा पास की थी। मूलरूप से अल्मोड़ा जिले के लमगडा़ निवासी श्वेता नगरकोटी को केरल के केरल के तिरूवनंतपुरम जिले में उपजिलाधिकारी का पद दिया गया है। केरल कैडर की आईएएस अधिकारी श्वेता को पद मिलने के बाद केरल से लेकर उनके पैतृक निवास अल्मोड़ा लमगड़ा में खुशी का माहौल है। एक बार फिर पहाड़ की बेटी ने केरल में अपने प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए उत्तराखंड का नाम रोशन किया है।
बता दें कि श्वेता नगरकोटी मूलरूप से अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा ब्लॉक में स्थितगौलीमहर गांव निवासी है जो अब केरल के तिरूवनंतपुरम जिले की उपजिलाधिकारी बन गई है। श्वेता ने वर्ष 2020 में केरल कैडर से यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की। यूपीएससी परीक्षा में उनकी 410वीं रैंक आयी। पहाड़ की रहने वलाी श्वेता के पिता नरसिंह नगरकोटी एक निजी कंपनी में कार्यरत है जबकि उनकी माता आशा देवी एक कुशल गृहणी है। आईएएस श्वेता के उपजिलाधिकारी का कार्यभार संभालने के बाद परिवार में खुशी का माहौल है। उनके मूल निवासी अल्मोड़ा लमगड़ा में लोगों की जुबां पर सिर्फ श्वेता का नाम है। एक बार फिर पहाड़ की बेटी ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया है।