उत्तराखंड: (मित्र पुलिस को सलाम)-यहां गांव वालों ने नहीं लगाया कोरोना मरीज को हाथ, पुलिस ने डोली पर रखकर पहुंचाया अस्पताल
अल्मोड़ा- Almora News- कोरोनाकाल में मित्र पुलिस ने लोगों की सेवा कर मानवता की मिसाल पेश की है। शहर से लेकर पहाड़ तक उत्तराखंड पुलिस के कई रूप दिखे है। कभी नदी पार कर ऑक्सीजन सिंलेडर गंाव तक पहुंचाना तो कभी गरीब लोगों को घर-घर जाकर राशन देना। कोरोना से लड़ रहे मरीज की जिंदगी बचाने को खाकी दौड़ पड़ी। सफर भी ऐसा की कदम डगमगा जाय लेकिन मित्र पुलिस ने मरीज को डोली में रखकर अस्पताल तक का सफर तय कर दिया। हालांकि ज्यादा परेशानी होने से उसे जिला मुख्यालय रेफर कर दिया गया जहां उसे बचाया नहीं जा सका। लेकिन मित्र पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश की। एसएसपी अल्मोड़ा पंकज भट्ट ने अपील करते हुए ग्रामीणों से कहा है कि बीमार को मदद से मुंह न फेरें। तत्काल पुलिस को सूचना दें।
चौखुटियां विकासखंड के मासी क्षेत्र के चौना गांव गुरुवार को गांव के सुभाष बिष्ट ने चौकी पुलिस को सूचना दी कि एक ग्राूमीण की हालत खराब है। मरीज को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। कोरोना पॉजिटिव होने से गांव के लोग उसे अस्पताल ले जाना तो दूर उसके पास जाने में तक कतरा रहे थे। ऐसे में सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी मासी सुनील धानिक, कांस्टेबल दीपक सक्टा व सुभाष बिष्ट गांव दो किमी पैदल सफर तय कर गांव पहुंचे। फिर पीपीई किट पहनी। इसके बाद मरीज जयप्रकाश आर्या को भी पीपीई किट पहना कर उसे डोली में रखा। उसे लेकर सीएचसी ले गये।
कोरोना पॉजिटिव होने के चलते उसे सांस लेेने में काफी परेशानी हो रही थी ऐसे में उसे हॉस्पिटल बेस चिकित्सालय अल्मोड़ा रेफर किया गया। लेकिन जय प्रकाश ने दम तोड़ दिया। लेकिन जिस तरह से पुलिस ने उसे डोली में रखकर सडक़ तक पहुंचाया वाकई वह काबीलेतारीफ था। अपनी जान की परवाह न कर दूसरे की जान को बचाने में जुटी उत्तराखंड पुलिस का मानवता भरा चेहरा देखने को मिला। एसएसपी पंकज भट्ट ने कहा कि पुलिस हर समय कोरोना मरीजों व जरूरतमंदों की मदद को तैयार है। अगर गांव में कोई बीमार पड़े है तो उनकी मदद करें और तत्काल पुलिस को सूचित करें।