उत्तराखंड: शहीद हरेन्द्र की अंतिम विदाई में आसमां भी रोया, शहीद पिता के बारे में दादा से पूछती रही बेटी…
UTTARAKHAND NEWS: विगत दिनों पुंछ में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए नायक हरेंद्र का आज अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले सोमवार को उनके गांव पीपलसारी का रास्ता बाधित होने के कारण उनका पार्थिव शरीर गांव नहीं ले जाया जा सका था। पार्थिव शरीर को रिखणीखाल के सरकारी अस्पताल में रखा गया था। यहां क्षेत्रवासियों और जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल परिसर में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
गौरतलब है कि रविवार को शहीद का पार्थिव शरीर जौलीग्रांट हवाई अड्डे से सेना के विशेष वाहन से लैंसडौन लाया गया था। सोमवार सुबह शहीद का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए उसके पैतृक गांव पीपलसारी ले जाया जाना था, लेकिन भारी बारिश के चलते रास्ता बंद हो गया। सेना और प्रशासन के अधिकारी बारिश थमने के इंतजार में घंटों तक रिखणीखाल में डेरा जमाए रहे।
रविवार शाम तक शहीद के पार्थिव शरीर का इंतजार करते रहे। शनिवार शाम बेटे की शहादत की सूचना मिली थी। इसके बाद से शहीद के पिता छवाण सिंह रावत, मां सरोजनी देवी, पत्नी लता देवी का एक-एक पल बेचैनी और परेशानी में बीत रहा है। शहीद की पुत्री आकांशी 11 वर्षीय पिता के बारे में दादा से पूछती रही।