उत्तराखंडः बाहर लगा था गुप्ता चाट भंडार का बोर्ड, स्कैन किया तो निकला गुलफाम

Roorki News: खबर रूड़की से है। जहां उस समय बवाल हो गया जब मंगलौर के नारसन में गुप्ता चाट भंडार के बगल में उनके नाम का ही काउंटर लगाकर मुस्लिम युवक दुकान चल रहा था। एक ग्राहक ने सामान लेने के बाद जब आनलाइन पैमेंट किया तो हकीकत सामने आई। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। जिसके गंभीरता के लेते हुए पुलिस ने युवक और चाट भंडार संचालक से पूछताछ की है।

जानकारी के अनुसार मंगलौर के नारसन में पुरकाजी निवासी अशोक गुप्ता की चाट की दुकान है। उनकी दुकान के बगल में एक चाय, काफी और सिगरेट की दुकान है। इस दुकान के बाहर गुप्ता चाट भंडार का बोर्ड लगाकर सामान बेचा जा रहा था। शुक्रवार को नारसन बार्डर पर योग साधना आश्रम मुजफ्फरनगर के संचालक स्वामी यशवीर महाराज को पुलिस ने बार्डर पर रोक लिया। गुप्ता चाट भंडार के आसपास स्वामी यशवीर दुकानदारों को भगवान वराह की फोटो लगाने के लिए देने लगे।
तभी वहां वहां पर काफी संख्या में लोग और पत्रकार भी पहुंच गए। एक युवक ने गुप्ता चाट भंडार से सटी दुकान से कुछ सामान खरीदा था। इस दुकान के बाहर गुप्ता चाट भंडार का कांउटर भी लगा था। जब युवक ने भुगतान के लिए दुकान पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन किया तो उसमें बैंक खाताधारक का नाम गुलफाम आया।
जिसके बाद उस युवक ने विरोध जताया। तभी यह अन्य लोगों को यहबात पता चली तो वहां पर मौजूद पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने गुलफाम को हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस ने गुप्ता चाट भंडार के संचालक को बुलाकर उनसे पूछताछ शुरू की। इस दौरान गुलफाम निवासी पुरकाजी, जिला मुजफ्फरनगर का कहना था कि पहले वह चाट की दुकान पर कर्मचारी था। करीब एक साल पहले उसने चाट भंडार के बगल में अपनी दुकान खोली थी।
जिसका खाता भी उसने अलग खोल रखा है। लेकिन, जब पुलिस ने उससे दुकान के बाहर लगे गुप्ता चाट भंडार के काउंटर रखने का कारण पूछा तो कोई भी ठोस जवाब नहीं दे सका। पुलिस दोनों लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज करेगी।










