उत्तराखंडः पढ़ाई के साथ बकरी चराई, हल लगाया, मेरिट में 19वें नंबर आया प्रवेन्द्र
Chamoli News: इस बार उत्तराखंड बोर्ड में पहाड़ के दूरस्थ गांवों की प्रतिभाओं ने अपनी प्रतिभा का ऐसा डंका बजाया कि हर कोई उन्हें बधाई दे रहे है। ऐसी की एक प्रतिभा पहाड़ के दूरस्थ गांव से ताल्लुक रखती है, जो उत्तराखंड बोर्ड के मेरिट सूची में 19वें स्थान पर आया, उसे भी यकीन नहीं था कि वह मेरिट में आयेगा, पढ़ाई के साथ बकरी चराना, खेतों में हल लगाया यहीं तो दिनचर्या है चमोली के प्रवेन्द्र की। आइये जानते है प्रवेन्द्र के सफलता की पूरी कहानी…
दरअसल मंगलवार को उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट जारी हुआ तो 12वीं के मेरिट लिस्ट में 19वें नंबर पर प्रवेन्द्र सिंह का नाम आया।, लेकिन किसी को पता नहीं था कि वह रहता कहा है, फिर खोजबीन हुई। तब पता चला कि प्रवेन्द्र सिंह चमोली जिले के सबसे दूरस्थ गांव ईराणी में रहते हैं। उन्हें अपनी मेरिट में आये को कोई पता नहीं था। उस समय प्रवेन्द्र खेत में गुड़ाई का काम कर रहे थे।
जैसे ही उन्हें मेरिट में नाम होने की खबर मिली तो वह खेत में ही झूम उठे। चमोली जिले ईराणी के प्रवेंद्र सिंह ने राजकीय इंटर कॉलेज पाणा-ईराणी से 12वीं की परीक्षा दी। प्रवेंद्र को 500 में से 464 अंक हासिल किए और 92.80 प्रतिशत के साथ 19वीं रैंक हासिल की। प्रवेंद्र के पिता देवेंद्र सिंह बकरी पालन का काम करते हैं जबकि मां हेमा गृहणी हैं। प्रवेंद्र ने बताया कि उनकी माता अक्सर बीमारी रहती है। ऐसे में पढ़ाई के साथ उन्होंने घर के काम में हाथ बंटाया, बकरी चराई और खेत में हल लगाया और जब परीक्षा परिणाम आया तो वह प्रदेश के टॉप 25 की सूची में 19वें स्थान पर आए। पहाड़ प्रभात की ओर से प्रवेन्द्र को हार्दिक शुभकामनाएं।