हल्द्वानी: कॉग्रेस में टिकट को लेकर घमासान, दावेदारों में सबसे मजबूत ललित जोशी
Haldwani News: कांग्रेस नेता उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी ललित जोशी पार्टी में सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे है। लंबे समय से वह पार्टी की सेवा करते आ रहे है। वह लंबे समय से पार्टी की सेवा करते आए हैं। वह पार्टी के हर कार्यों में बढ़कर हिस्सा लेते हैं। इस बार नगर निकाय चुनाव में ललित जोशी ने पूरे जोश और उत्साह के साथ दावेदारी की है। जिससे वह अन्य दावेदारों से सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। जानते हैं ललित जोशी का पूरा इतिहास…
हल्द्वानी शहर जिस व्यक्ति को अपने मेयर (महापौर) के रूप में देखना चाहता है, वह है ललित जोशी। एक ऐसे नेता, जिनका जीवन संघर्ष, सेवा और समाज के प्रति समर्पण का प्रतीक है। ललित जोशी ने न केवल अपने क्षेत्र के युवाओं और आम जनता की समस्याओं को गहराई से समझा है, बल्कि उनके समाधान के लिए लगातार काम भी किया है। उनकी यही प्रतिबद्धता और जनता के साथ सीधा जुड़ाव उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाता है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
23 नवंबर 1971 को हल्द्वानी में जन्मे ललित जोशी का जीवन संघर्षों से प्रेरित रहा है। उनके पिता स्वर्गीय लीलाधर जोशी और माता स्वर्गीय गौरा जोशी ने उनके संस्कारों में समाज सेवा और सत्यनिष्ठा को प्रमुख स्थान दिया। अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने स्नातक की डिग्री प्राप्त की। यह शिक्षा उनकी समाज सेवा और नेतृत्व क्षमता को और मजबूत करने का माध्यम बनी।
परिवार और सामाजिक जीवन
ललित जोशी की पत्नी श्रीमती कविता जोशी उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं। उनकी मिलनसार प्रवृत्ति और सेवा भावना का प्रभाव उनके पारिवारिक जीवन में भी झलकता है। उनका परिवार समाज के हर वर्ग के साथ खड़ा रहता है, चाहे वह संकट की घड़ी हो या उत्सव का समय।
राजनीतिक सफर: युवाओं के प्रेरणा स्रोत
ललित जोशी का राजनीतिक सफर 1991 में शुरू हुआ, जब वे एनएसयूआई (नैनीताल) के सचिव बने। इसके बाद उन्होंने युवाओं के बीच अपनी गहरी पकड़ और नेतृत्व क्षमता के दम पर 1995 में एमबीपीजी कॉलेज, हल्द्वानी के छात्र संघ के सचिव और 1998-99 में अध्यक्ष बने। उनकी कड़ी मेहनत और संगठन क्षमता ने उन्हें 1999-2000 में कुमाऊं विश्वविद्यालय के छात्र महासंघ का अध्यक्ष बनाया।
उनका राजनीतिक सफर यहीं नहीं रुका। 32 वर्षों से कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े रहने वाले ललित जोशी ने पार्टी संगठन के हर स्तर पर अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी, उत्तराखंड के सचिव और उत्तराखंड सरकार की व्यापार कर समिति के उपाध्यक्ष (2004-07) भी रहे।
राज्य आंदोलन और सामाजिक संघर्ष
ललित जोशी की पहचान केवल एक राजनेता तक सीमित नहीं है। वे उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के प्रमुख राज्य आंदोलनकारियों में से एक रहे। पृथक राज्य की मांग को लेकर उन्होंने अपने निजी जीवन और करियर को ताक पर रख दिया और सड़कों पर संघर्ष किया।
हल्द्वानी में जमरानी बांध के निर्माण की मांग को लेकर उन्होंने पहला आंदोलन शुरू किया। किसानों के हित में और सर्किल रेट को कम करवाने के लिए वे कई बार सड़कों पर उतरे। उनकी आवाज ने सरकार को जनता की समस्याओं पर ध्यान देने के लिए मजबूर किया।
महामारी के दौरान मानव सेवा
कोरोना महामारी के दौरान ललित जोशी ने जिस तरह से जरूरतमंदों की सेवा की, वह एक मिसाल है। 24 घंटे उपलब्ध रहने वाले जोशी ने टनों राशन वितरण किया और ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए। उनकी इस सेवा भावना ने उन्हें हर वर्ग के दिलों में जगह दिलाई।
महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष प्रयास
महिला सशक्तिकरण के लिए भी ललित जोशी ने कई उल्लेखनीय कार्य किए। उन्होंने महिला समूहों को मसाला और अन्य उत्पाद बनाने की मशीनें उपलब्ध कराईं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। बेरोजगार युवाओं के लिए वे हमेशा संघर्षरत रहे। फार्मासिस्ट की लड़ाई हो या अतिथि शिक्षकों की मांगें, ललित जोशी ने हर बार इन मुद्दों को सशक्त रूप से उठाया।
स्थानीय मुद्दों पर सक्रियता
हल्द्वानी की हर समस्या पर ललित जोशी ने न केवल चिंता व्यक्त की, बल्कि उसके समाधान के लिए ठोस कदम भी उठाए। उन्होंने हल्द्वानी संघर्ष समिति के समन्वयक के रूप में स्थानीय मुद्दों को उठाया और जनता की आवाज को शासन तक पहुंचाया।
प्रभावशाली व्यक्तित्व और नेतृत्व क्षमता
ललित जोशी न केवल एक कुशल वक्ता हैं, बल्कि उनकी निर्णय लेने की क्षमता भी बेजोड़ है। उनके नेतृत्व में हुए आंदोलनों ने यह साबित किया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। वे एक विचारशील और सुलझे हुए नेता हैं, जिनके पास जमीनी स्तर पर काम करने का अनुभव और दृष्टिकोण है।
जनता के बीच बढ़ती लोकप्रियता
हल्द्वानी की जनता आज उन्हें अपना मेयर बनाना चाहती है। उनका मिलनसार स्वभाव, हर किसी के सुख-दुख में भागीदारी और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें जनता का चहेता नेता बना दिया है।
उल्लेखनीय कार्य
- जमरानी बांध आंदोलन: जल संरक्षण और बिजली उत्पादन के लिए उनके प्रयास उल्लेखनीय हैं।
- किसानों के हित में आंदोलन: सर्किल रेट कम करवाने के लिए सरकार पर दबाव बनाया।
- महिला सशक्तिकरण: महिला समूहों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए पहल की।
- युवाओं के लिए संघर्ष: बेरोजगारी, शिक्षा और रोजगार के मुद्दों को सशक्त रूप से उठाया।
- कोरोना काल में सेवा: हर जरूरतमंद तक राशन और चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाईं।
ललित जोशी का जीवन समाज सेवा और संघर्ष का प्रेरणादायक उदाहरण है। वे न केवल हल्द्वानी बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए एक ऐसे नेता हैं, जो जनता की समस्याओं को समझते हैं और उनका समाधान करने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। आज हल्द्वानी के लोग उन्हें अपने मेयर के रूप में देखने की मांग कर रहे हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि उन्होंने जनता के दिलों में एक अलग जगह बना ली है। वह कॉग्रेस में मेयर टिकट को लेकर मजबूत दावेदार माने जा रहे है। फिलहाल देखने वाली बात यह है कि कॉग्रेस पार्टी किसे अपना प्रत्याशी घोषित करती है।