हल्द्वानी: रानीबाग में डेमोग्राफिक बदलाव के विरोध में विशाल जनसभा का ऐलान

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हल्द्वानी: तीर्थ नगरी रानीबाग और इसके आसपास के क्षेत्रों में हो रहे निरंतर जनसांख्यिकीय परिवर्तन को लेकर स्थानीय नागरिकों में गहरी चिंता और असंतोष व्याप्त है। इसी मुद्दे को लेकर जय जिया माता संघर्ष समिति, रानीबाग द्वारा 25 मई को एक विशाल जनसभा का आयोजन किया जा रहा है। यह जनसभा रविवार की सायं 4:00 बजे आयोजित की जाएगी, जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों के शामिल होने की संभावना है।

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संघर्ष समिति के अनुसार, रानीबाग जैसे शांत एवं धार्मिक नगर की सांस्कृतिक और सामाजिक संरचना में हाल के वर्षों में तेजी से बदलाव देखने को मिले हैं। जनसंख्या संरचना में असंतुलन और बाहरी लोगों की बढ़ती बस्ती स्थानीय संस्कृति, धार्मिक परंपराओं और सामाजिक सामंजस्य के लिए खतरा बन रही है। समिति का कहना है कि यह केवल जनसंख्या वृद्धि का मामला नहीं, बल्कि क्षेत्रीय पहचान और पारंपरिक मूल्यों की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मुद्दा है।

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जय जिया माता संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने सभी जागरूक नागरिकों, सामाजिक संगठनों और स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे इस जनसभा में भाग लें और मिलकर एक स्पष्ट संदेश दें कि रानीबाग की सामाजिक-सांस्कृतिक पहचान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

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समिति ने यह भी स्पष्ट किया है कि जनसभा पूरी तरह शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से आयोजित की जाएगी, ताकि प्रशासन और शासन को क्षेत्रवासियों की चिंता और भावनाओं से अवगत कराया जा सके।

पहाड़ प्रभात डैस्क

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।