लालकुआं: नैनीताल दुग्ध संघ से सेवानिवृत्त हुए हरीश आर्या

लालकुआं। नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अनुभवी और समर्पित कारखाना प्रबंधक हरीश चंद्र आर्या का कार्यकाल पूर्ण होने पर सेवानिवृत्त सहकारी डेयरी प्रशिक्षण संस्थान परिसर में एक विदाई समारोह आयोजित किया गया, जिसमें पूरे संघ परिवार ने उन्हें श्रद्धा और सम्मान के साथ विदाई दी।
समारोह के दौरान आर्या को शॉल, पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह एवं मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया। वक्ताओं ने उन्हें “दुग्ध संघ की रीढ़” बताते हुए उनकी निष्ठा, अनुशासन और कार्यकुशलता को यादगार शब्दों में सराहा।

सेवा की पराकाष्ठा
हरीश चंद्र आर्या का कार्यकाल केवल एक प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं रहा, बल्कि यह संस्था के प्रति समर्पण और उत्तरदायित्व की जीवंत मिसाल बन गया। लालकुआं में अपने योगदान से पूर्व, पिथौरागढ़ दुग्ध संघ के जनरल मैनेजर रह चुके हैं जहां उन्होंने दो बर्ष उल्लेखनीय सेवाएं दीं। वहाँ उनके नेतृत्व में ‘कनार’ ब्रांड के अंतर्गत घी उत्पादन की शुरुआत हुई, जो आज भी संस्था की उपलब्धियों में एक स्वर्णिम अध्याय माना जाता है। बताते चले कि 14 वर्ष का हरीश चंद्र आर्या का लालकुआ नगर पंचायत में सिविल इंजीनियर का कार्यकाल सराहनीय रहा था ।
संस्कारों से रचा-बसा पारिवारिक जीवन
आर्या का पारिवारिक जीवन भी उतना ही प्रेरणास्पद है जितना उनका कार्यक्षेत्र उनकी एक बेटी चिकित्सा क्षेत्र में एमडी की पढ़ाई कर रही है जबकि दूसरी बेटी पंतनगर विश्वविद्यालय से बीएससी कर एम.एस.सी. की पढ़ाई कर रही है। यह उनके संस्कार, जीवन मूल्यों और परवरिश का प्रत्यक्ष प्रमाण है अंत में, उपस्थित कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से उन्हें भावभीनी शुभकामनाएं दीं और कहा कि आर्या का जीवन और सेवा आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बनी रहेगी।
भावुक विदाई, प्रेरणादायक विरासत
संघ परिसर में आयोजित समारोह का माहौल बेहद भावुक और गरिमामय रहा। कार्यक्रम में संघ के सामान्य प्रबंधक अनुराग शर्मा, अध्यक्ष मुकेश बोरा, प्रशासनिक प्रभारी संजय भाकुनी, उपार्जन प्रभारी सुभाष बाबू, वित्त सहायक प्रबंधक उमेश पठालनी, सहायक प्रबंधक एमआई एस मोहन चंद्र जोशी, प्रभारी कारखाना धर्मेंद्र राणा प्रभारी लेब रमेश आर्या, एएच प्रभारी डा रमेश मेहता विपिन तिवारी विपणन हल्द्वानी, शांति कोरंगा कालाढूंगी, मीना आर्या, डा आदिति चंद्रा, आयुषी चंद्रा सहित कई अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में आर्या को आदर्श और प्रेरणास्रोत बताया।