हल्द्वानी:(बड़ी खबर)-गौला नदी के पास अतिक्रमण पर प्रशासन सख्त, एक सप्ताह में हटाने का अल्टीमेटम

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Haldwani News: गौला नदी के भीतर अतिक्रमण कर झोपड़ियां बनाकर रह रहे लोगों पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। बुधवार को प्रशासन और वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर मुनादी कराई गई, जिसमें अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी गई कि वे एक सप्ताह के भीतर स्वयं अपने अतिक्रमण को हटा लें, अन्यथा प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।

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रेलवे स्टेशन के पास स्थित गोला नदी क्षेत्र में लंबे समय से झोपड़ियां बनाकर अतिक्रमण किया जा रहा था। इस अवैध कब्जे को लेकर प्रशासन और वन विभाग ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की है। मुनादी के दौरान लोगों को स्पष्ट संदेश दिया गया कि समयसीमा के बाद किसी को भी राहत नहीं दी जाएगी और अतिक्रमण को बलपूर्वक हटाया जाएगा।

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मौके पर डिप्टी कलेक्टर नवाजिश अहमद, तहसीलदार सचिन कुमार, एसडीओ गोला रेंज अनिल जोशी, वन क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह अधिकारी समेत बड़ी संख्या में वन विभाग और पुलिस बल के जवान मौजूद रहे। इस दौरान प्रशासन ने क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण भी किया और संभावित कार्रवाई की तैयारी का जायजा लिया।

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प्रशासन द्वारा दी गई चेतावनी के बाद इलाके में हलचल बढ़ गई है। कई अतिक्रमणकारी अपने-अपने सामान समेटने में जुट गए हैं, जबकि कुछ अभी भी असमंजस में नजर आ रहे हैं। अधिकारी वर्ग का कहना है कि किसी भी हाल में नदी क्षेत्र में अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, क्योंकि इससे पर्यावरण को नुकसान और बाढ़ जैसी स्थितियों का खतरा बना रहता है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।