हल्द्वानी: दुग्ध संघ अध्यक्ष ने आंचल दूध को बताया सुरक्षित, कही ये बात…
Haldwani News: आंचल दूध में मेलामाइन की पुष्टि होने पर फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के द्वारा आंचल निर्माता कंपनी पर मुकदमा दर्ज करवाया गया है। जिसे लेकर बुधवार को नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ व फेडरेशन के अध्यक्ष मुकेश बोरा ने हल्द्वानी के एक रेस्टोरेंट में पत्रकार वार्ता कर सफाई देते हुए कहा कि आंचल दूध सुरक्षित है और उपभोक्ताओं को इसके सेवन से कोई नुकसान नहीं है, इस मामले की दोबारा जांच करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आंचल गोल्ड के सारे सैंपल मानक पर खरे उतरे हैं, लैब ने क्लीन चिट भी दी है, तो ऐसे में प्वाइंट जीरो 8 पीपीएम का अंतर गले से नहीं उतर रहा, दूध के सैंपल उच्च लैब को भेज मामले की जांच कराई जाएगी। बोरा ने कहा कि आंचल दूध की छवि खराब करने की कोशिश भी हो सकती है, जिसकी वह विभागीय संलिप्तता पर भी जांच कराएंगे। बतौर नैनीताल दुग्ध संघ के चेयरमैन मुकेश बोहरा ने बताया कि नैनीताल दुग्ध संघ के 72 नमूने लिए गए थे जो कि सभी पास हैं। दुग्ध संघ के दूध व दूध उत्पाद पूरी तरह मानव स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है।
बता दें कि जनवरी 2023 में आंचल डेरी प्लांट से 9 नमूने क्वालिटी जांच के लिए रुद्रपुर प्रयोगशाला में भेजे गए थे। जिसमें आंचल गोल्ड ब्रांड के पैकेट दूध के 1 नमूने में 0.08 पीपीएम मेलामाइन की पुष्टि पाई गई। फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड एडिटिव रेगुलेशन 2011 के तहत 2.50 पीपीएम तक लिमिट परमिटेड है लेकिन रिपोर्ट में 2.58 पीपीएम पाई गई है। शेष 8 नमूने मानक के अनुरूप पाये गये हैं। हालांकि फेडरेशन के अध्यक्ष मुकेश बोरा का कहना है कि उन्हें इसकी जांच कराई जाएगी।
उन्होेंने बताया कि दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा जहां आंचल मिल्क पार्लर व आंचल कैफे प्रदेश के विभिन्न स्थानों में खोलकर आंचल ब्राण्ड को हर उपभोक्ता की पहुंच तक ले जाकर स्वरोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ नवजात शिशुओं, महिलाओं, छात्र-छात्राओं एवं बुजुर्गों को आंचल दूध व दूध उत्पादों सुलभ कराने के साथ-साथ पहली बार उत्पादकों के लिए भी भारी- भरकम प्रोत्साहन राशि भी जारी कर दी गई है, जिसके प्रदेश के 53 हजार दुग्ध उत्पादकों की ओर से सराकर का धन्यवाद ज्ञापित किया।