हल्द्वानीः महाकुंभ में शिविरों को आयोजन करेगा स्वदेशी जागरण मंच

खबर शेयर करें

Haldwani News: स्वदेशी जागरण मंच के डॉ. अश्वनी महाजन, राष्ट्रीय सह संयोजक द्वारा एक प्रेसवार्ता कर कहा कि स्वदेशी जागरण मंच हर साल कुंभ के संगम क्षेत्र में स्वदेशी शिविर का आयोजन करता रहा है। पहला शिविर राष्ट्रऋषि श्रद्धेय दत्तोपंत ठेंगड़ी जी द्वारा उदघाटित किया गया था। इसके बाद वर्ष 2017 से यह हर साल जनवरी और फरवरी के महीने में नियमित रूप से आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष स्वदेशी जागरण मंच ने बड़े पैमाने पर शिविर आयोजित करने की योजना बनाई है। देश के विभिन्न हिस्सों से स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं को आमंत्रित करने और उनके साथ समन्वय करने और शिविर का प्रबंधन करने के लिए एक कोर टीम का गठन किया गया है। आशा है कि महाकुंभ के 45 दिनों की अवधि में लगभग 40 करोड़ तीर्थयात्री होली संगम गंगा में डुबकी लगाएंगे। स्वदेशी शिविर 60,000 वर्ग फीट के क्षेत्र में स्थापित किया गया है, जिसमें 50 विभिन्न प्रकार के टेंटों में एक बार में 250 लोग रह सकते हैं।

यह भी पढ़ें 👉  Budget 2025: बजट में सरकार ने बनाया प्लान, नहीं खाने पड़ेंगे महंगे आलू-प्याज

उन्होंने कहा कि इस स्वदेशी महाकुंभ का अपना पवित्र उद्देश्य है, लेकिन साथ ही शिविर में सामाजिक उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। 6 दिसंबर 24 को लगभग 250 स्वदेशी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में शिविर का भूमि पूजन किया गया। स्वदेशी महाकुंभ अपने विभिन्न कार्यक्रमों के बीच स्वावलंबी भारत अभियान के उद्देश्यों को बढ़ावा देगा। स्वदेशी शिविर का कार्यक्रम भी इस नोट के साथ संलग्न है। महाकुंभ में स्वदेशी शिविर ग्रामीण आबादी से सीधा संवाद और संवाद करेगा, जिसमें उदयमिता की अवधारणा को बढ़ावा दिया जाएगा। इस शिविर के आयोजन में लगभग 1000 स्वदेशी कार्यकर्ता लगे हुए हैं। प्रयाग राज के कार्यकर्ता काफी सक्रिय और उत्साह से शामिल हैं। अंत में स्वदेशी यात्रा निकाली जाएगी, जो स्वावलंबी भारत अभियान का संदेश देते हुए पूरे महाकुंभ क्षेत्र से गुजरेगी। महाकुंभ में देश और दुनिया भर से आए तीर्थयात्रियों के बीच करोड़ों स्वदेशी विदेशी सूची के पर्चे वितरित किए जाएंगे।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।