हल्द्वानीः हितेश को नहीं मिला टिकट, सियासी समीकरणों की बीच बाजार वार्ड में बढ़ा रोमांच
Haldwani News: हल्द्वानी नगर निगम के वार्डो में भाजपा द्वारा टिकट देने के बाद कार्यकर्ताओं में बगावती बिगुल बज चुका है। वहीं कई नेताओं ने पार्षद के लिए नामांकन तक करवा दिया। बात करें बाजार क्षेत्र के वार्ड की तो पिछले बार के तन्मय रावत का भी टिकट काट दिया गया। इससे पहले पूर्व पार्षद हितेश पांडे का टिकट काटा गया था, लेकिन इस बार फिर हितेश पांडे चर्चाओं में थे, लेकिन कई समीकरणों को देखते हुए उन्हें हितेश पांडे का टिकट नहीं दिया गया।
इस बार नगर निगम के वार्ड चुनाव में सियासी समीकरण बेहद दिलचस्प हो गए हैं। भाजपा के लिए यह वार्ड हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है, क्योंकि पार्टी यहां कभी जीत नहीं सकी थी। पिछली बार टिकट विवाद के चलते यह सीट फ्री रही, जहां भाजपा से बगावत कर हितेश पांडे और तन्मय रावत ने अलग-अलग मैदान में उतरने का फैसला किया।
वर्ष 2015 में यहां उपचुनाव हुए, जिसमें इस वार्ड से निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ते हुए हितेश पांडे ने जीत दर्ज की। उन्होंने शेरदिल को 34 वोटों से हराया, जबकि भाजपा के तन्मय रावत चौथे स्थान पर रहे। परिसीमन के बाद इस क्षेत्र के बाजार क्षेत्र के जुड़ने और इसे भाजपा के अनुकूल मानने के कारण इस बार टिकट को लेकर कड़ा संघर्ष हुआ। पार्टी ने पिछली बार के विजेता हितेश पांडे को नजरअंदाज कर, चौथे स्थान पर रहे तन्मय रावत को टिकट दिया। हालांकि, भाजपा ने इस बार तन्मय रावत का टिकट भी काटते हुए कांग्रेस से हाल ही में आए प्रेम बेलवाल को टिकट देकर चौंका दिया। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने युवा नेता अमित रावत को मैदान में उतारकर मुकाबले को और रोचक बना दिया है।
हितेश पांडे अब सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन उन्हें भाजपा ने टिकट नहीं दिया। क्योंकि उनकी सक्रियता से वोटों का कई समीकरण गड़बाड़ा रहा था, भाजपा के इस निर्णय से मुकाबला बेहद कड़ा हो चुका है। माना जा रहा है कि अमित रावत के कांग्रेस से चुनाव लड़ने से इस सीट पर रोचक सियासी घमासान की पूरी संभावना है।