हल्द्वानी: दिल्ली तन्दूर ने शुरू किया पहाड़ी मचान, अब हल्द्वानी में लिजिए कुमाऊंनी थाली का स्वाद…

खबर शेयर करें

HALDWANI NEWS: त्यौहार के उपलक्ष्य पर रामपुर रोड स्थित दिल्ली तन्दूर रेस्टोरेंट ने अपना एक नया उपक्रम पहाड़ी मचान के नाम से शुरू कर दिया है। इस मौके पर दिल्ली तन्दूर रेस्टोरेंट के स्वामी वसुन्धरा जोशी और अजय सनवाल ने पहाड़ी मचान के नाम लांच किया। जानकारी देते हुए दिल्ली तन्दूर रेस्टोरेंट के स्वामी अजय सनवाल ने संयुक्त रूप से बताया कि हल्द्वानी शहर में आते ही पहाड़ का आभास होता है। ऐसे में कई पर्यटकों व ग्राहकों ने उनसे पहाड़ी व्यंजनों की डिमांड की। ऐसे में ग्राहकों की डिमांड को देखते हुए उन्होंने अपने यहां कुमाऊंनी थाली में वेज और नॉन वेज शुरू किया है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानीः शीशमहल कैलाश द्वार में धर्म संसद में लिए गए महत्वपूर्ण संकल्प

पहाड़ी व्यंजनों के स्वाद ने लूटी वाहवाही

शाम के समय रेस्टोरेंट में संगीत का प्रबंधन किया गया। इस दौरान वहां आये ग्राहकों ने भी गाने गाये। रेस्टोंरेंट का पूरा माहौल संगीतमय हो गया। लोगों ने खाने की जमकर तारीफ की। खासकर पहाड़ी व्यंजनों को लेकर लोग उत्साहित दिखे। बता दें कि दिल्ली तन्दूर ने शहर में शुद्ध शाकाहारी व्यंजनों से अपनी खास पहचान बनाई है। अब रेस्टोरेंट मेें आपको पहाड़ी व्यंजनों के साथ कुमाँऊंनी थाली वेज व नॉन वेज के अलावा पेशावरी चिकन, शाही मखानी चिकन व मटन हांडी जैसे कई व्यंजन उपलब्ध है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी नगर निगम चुनाव: सर्द मौसम में डोर टू डोर चली ललित, दीपक और सुमित की तिकड़ी

कुमाऊंनी थाली में क्या है खास

वसुन्धरा जोशी ने बताया कि कुमाँऊनी वेज थाली में भट्ट की चुरकानी, आलू के गुटके, झोली, भांग की चटनी, चावल, रोटी और रायता उपलब्ध है। जबकि कुमाऊंनी नॉन वेज थाली में पहाड़ी स्टाइल में बना चिकन, पहाड़ी शिकार, भट्ट की चुरकानी, चावल, तंदूरी रोटी और रायता उपलब्ध है। इसके अलावा रेस्टोरेंट में पहाड़ी मचान स्पेशल खीर भी उपलब्ध है। अगर आप भी खाने के शौकीन है तो आपके लिए दिल्ली तन्दूर रेस्टोरेंट सबसे अच्छा रेस्टोरेंट हो सकता है, जहां आपकों वेज-नॉन वेज के अलावा कुमाऊंनी व्यंजन का स्वाद लेने का मौका मिलेगा।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।