नैनीताल: उत्तराखंड में 16वें वित्त आयोग की पर्यटन, उद्योग एवं व्यापार प्रतिनिधियों के साथ परामर्श बैठक

Nainital News: भारत के 16वें वित्त आयोग ने बुधवार को नैनीताल स्थित नमः होटल में पर्यटन, उद्योग एवं व्यापार संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण परामर्श बैठक आयोजित की। आयोग के अध्यक्ष प्रो. अरविंद पनगढ़िया की अध्यक्षता में हुई बैठक में आयोग की सदस्य डॉ. एनी जॉर्ज मैथ्यू, डॉ. मनोज पांडा, डॉ. सौम्या कांति घोष, सचिव ऋत्विक पांडे, संयुक्त सचिव के.के. मिश्रा तथा संयुक्त निदेशक पी. अमरूथावर्षिनी सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में पर्यटन क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने उत्तराखंड के प्रमुख हिल स्टेशनों को स्मार्ट एवं सतत पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करने, पर्यावरण-अनुकूल अवसंरचना (जैसे वर्षा जल संचयन, ठोस कचरा प्रबंधन, केबल कार परिवहन) को बढ़ावा देने, और पर्यटन सर्किट की अवधारणा को लागू करने जैसे सुझाव दिए।


उद्योग संगठनों ने कर छूट, ‘ग्रीन बोनस’, विशेष औद्योगिक फंड, टैक्स हॉलिडे, लॉजिस्टिक पार्क, आपदा बीमा कोष, और राष्ट्रीय भवन संहिता में संशोधन जैसे विषय उठाए। MSMEs के लिए अलग नीति, पर्वतीय राज्यों के लिए अलग मंत्रालय तथा पारदर्शी GST रिफंड तंत्र की मांग भी की गई।
पर्यावरणीय संरक्षण, झीलों का सौंदर्यीकरण, ट्रैकिंग मार्गों का पुनरुद्धार, कौशल विकास संस्थानों की स्थापना और सीमावर्ती जिलों में व्यापारिक सहूलियतों के लिए आर्थिक सहायता की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।
वित्त आयोग के अध्यक्ष ने सभी सुझावों के लिए प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्यों की विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए 31 अक्टूबर 2025 तक आयोग की रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
बैठक में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी—सचिव वित्त दिलीप जावलकर, सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे, आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत, जिलाधिकारी नैनीताल श्रीमती वंदना सहित अन्य अधिकारी एवं संबंधित विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक का संचालन महानिदेशक उद्योग प्रतीक जैन तथा अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद द्वारा किया गया।













