उत्तराखंड: हल्द्वानी में दो मासूमों के सामने मां को रौंद गया डंपर, गोद में बैठे 10 माह के बच्चे को ऐसे बचा गई मां…

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HALDWANI CRIME NEWS: कहते है पुत्र तो कुपुत्र हो सकता है लेकिन माता कभी कुमाता नहीं होती, इसका सबसे बड़ा उदाहरण हल्द्वानी में देखने को मिला। जहां एक डंपर ने दो मासूम बच्चों को सामने उनकी मां को रौंद डाला। इसके बाद डंपर चालक फरार हो गया। हादसे के दौरान मां की गोद में 10 माह का बच्चा था जिसे मां ने सुरक्षित बचा लिया लेकिन अपनी जान दे दी। हादसे के बाद मंजर देख लोगों की आंखू से आंसू छलक पड़े। आइये जानते है पूरी घटना विस्तारपूर्वक…

रुद्रपुर से लौट रहा था परिवार

यह पूरा मामला हल्द्वानी के आरटीओ कार्यालय के पास का है। जहां लामाचौड़ में किराए के मकान में रहने वाले किशन के भाई की तबीयत खराब थी। जिसके देखने के लिए किशन अपनी बाइक से पत्नी निर्मला देवी, तीन साल की बेटी सुनैना और 10 माह के बेटे देव को लेकर गया था। देर शाम जब वह घर को लौटे तो आरटीओ कार्यालय के पास पहुंचते ही सामने से आ रहे डंपर ने बाइक को टक्कर मार दी, हादसे में पत्नी निर्मला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन माह की बेटी सुनैना गंभीर रूप से घायल हो गई, आनन-फानन में उसे बेस अस्पताल ले जाया गया।

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निर्मला ने गोद में बैठे बच्चे को झाडिय़ों में फेंक दिया

हादसे के दौरान बाइक से गिरते ही निर्मला ने गोद में बैठे अपने 10 माह के बेटे को झाडिय़ों की ओर फेंक दिया, जिससे उसकी जान बच गई। लेकिन डंपर निर्मला को रौंद कर आगे बढ़ गया। किशन पाल का कहना है कि डंपर के सामने आते ही मैंने बाइक सडक़ से नीचे उतार ली थी, लेकिन पत्नी को नहीं बचा सका। लेकिन बच्चे की जान बचाने को निर्मला ने खुद को मौत के मुंह में झोक दिया कहकर वह फफक पड़ा।

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अकेले जाना चाहता था किशन

किशन ने बताया कि वह रुद्रपुर अकेले ही जाना चाहते थे। लेकिन पत्नी ने भी भाई को देखने की बात कही। उसकी जिद पर वह दोनों बच्चों व पत्नी को साथ लेकर चला गया। घर पहुंचने से कुछ दूरी पहले ही हादसा हो गया। किशन मूलरूप से मूलरूप से मोहम्मदपुर थाना नवाबगंज बरेली का रहने वाला है। वह चौहान पोल्ट्री फॉर्म पर काम करते हैं। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।

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पहाड़ प्रभात डैस्क

संपादक - जीवन राज ईमेल - [email protected]

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