Budget 2025: बजट में सरकार ने बनाया प्लान, नहीं खाने पड़ेंगे महंगे आलू-प्याज

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Budget 2025: बजट में सरकार ने बनाया प्लान, नहीं खाने पड़ेंगे महंगे आलू-प्याज सरकार ने बजट में किसके लिए क्या किया है, ये अब छन-छनकर सामने आने लगा है. मिडिल क्लास के लिए 12 लाख रूपये तक के आय को टैक्स फ्री कर सरकार ने एक साथ करोड़ों लोगों को साध लिया है. मगर इतना ही नहीं, महंगाई के मोर्च पर भी बदहाल आवाम को कुछ राहत देने के लिए सरकार बजट में कुछ कोशिश करती नजर आई है.

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एक तरफ तो दलहन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए जलवायु के हिसाब से बीज विकसित करने, उपज के भंडारण पर जोर देने की पहल हुई है. तो बजट की सबसे दिलचस्प और हर आदमी के काम से जुड़ी जानकारी ये है कि सरकार ने महंगी सब्जी, फल की कीमत पर लगाम के लिए भी एक प्लान तैयार करने की बात की है. क्या है प्लान, आइये जानें.

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि अपने आप में ये काफी उतसाहजनक है कि अब देश में लोग पोषण से जुड़ी आवश्यकताओं के बारे में सजक होते जा रहे हैं. ये समाज में स्वस्थ्य होने के निशानी है. वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि लोगों के आय के स्तर बढ़ने के साथ ही उनमें सब्जियों, फलों का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है.

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वित्त मंत्री ने कहा कि इन सब्जियों और फलों के उत्पादन को बढ़ाने, उसकी प्रभावी सप्लाई, उसको प्रोसेस्ड करने और किसानों के लिए लाभ को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार एक व्यापक कार्यक्रम शुरू करेगी. ये कार्यक्रम राज्यों की भागीदारी से लागू किया जाएगा.वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि इसको लागू करने के लिए एक जरूरी सिस्टम स्थापित किया जाएगा. जिसमें किसान और सहकारी समितियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी. कहा जा रहा है कि अगर इस दिशा में कुछ बेहतर कोशिश हुई तो फलों और सब्जियों की कीमतों पर कुछ राहत मिल सकती है.

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।