अल्मोड़ाः (बड़ी खबर)-जंगल की आग में चार वनकर्मी जिंदा जले, चार झुलसे

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Almora News: अल्मोड़ा जिले से दुखद खबर सामने आ रही है। जंगल में आग बुझाने के दौरान चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि चार बुरी तरह से झुलस गये। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल भेजा गया। जहां से गंभीर रूप से झुलसे कर्मचारियों में से एक को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर किया गया है।

आग ने चारों ओर से घेरा

जानकारी के अनुसार आज अल्मोड़ा जिले बिंसर अभ्यारण के जंगल में अज्ञात लोगों द्वारा आग लगा दी गई। आग लगने की सूचना वन विभाग को मिली तो वन विभाग की टीम आग बुझाने के लिए मौके की ओर रवाना हुई। मौके पर पहुंचने के बाद फायर वाचर और पीआरडी के जवान आग बुझाने की रणनीति बना ही रहे थे कि जंगल की आग ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया। इस दौरान फायर वाचरों और पीआरडी के जवानों ने आग से बचने की काफी कोशिश की। लेकिन आग उनके चारों ओर से लग गई। आग बुझाने गए वन बीट अधिकारी बिंसर रेंज त्रिलोक सिंह मेहता उम्र 40 वर्ष पुत्र नारायण सिंह, निवासी उडलगांव बाड़ेछीना, दैनिक श्रमिक दीवान राम उम्र 35 वर्ष पुत्र पदी राम, निवासी ग्राम सौड़ा, कपड़खान, फायर वाचर करन आर्या उम्र 21 वर्ष पुत्र बिशन राम निवासी कफड़खान और पीआरडी जवान पूरन सिंह उम्र 50 वर्ष पुत्र दीवान सिंह निवासी ग्राम कलौन की मौके पर ही मौत हो गई।

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चार की मौत चार झुलसे

वहीं फायर वाचर कृष्ण कुमार पुत्र नारायण राम निवासी ग्राम भेटुली, पीआरडी जवान कुंदन सिंह नेगी पुत्र प्रताप नेगी निवासी ग्राम खांखरी वाहन चालक भगवत सिंह भोज पुत्र बची सिंह निवासी ग्राम भेटुली, दैनिक श्रमिक कैलाश भट्ट पुत्र बद्रीदत्त भट्ट निवासी ग्राम धनेली, अल्मोड़ा गंभीर रूप से झुलस गए। वन विभाग के अधिकारियों को टीम के जंगल में फंसे होने की सूचना मिली तो वन क्षेत्राधिकारी मनोज सनवाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू कर चार कर्मचारियों को जंगल की आग के बीच से बाहर निकाल कर उपचार के लिए बेस अस्पताल अल्मोड़ा लेकर आए। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने कृष्ण कुमार और कुंदन नेगी को हल्द्वानी के एसटीएच रेफर कर दिया। बेस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि हादसे में दो कर्मचारी पचास प्रतिशत से अधिक जल गए हैं। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। जबकि दो का बेस अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। हादसे की सूचना के बाद से मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

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मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की मदद

वनाग्नि से चार वनकर्मियों की मौत पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने इस घटना में झुलसे चार अन्य वनकर्मियों को तत्काल हल्द्वानी बेस अस्पताल में एयरलिफ्ट किए जाने के निर्देश दिए हैं। सीएम धामी ने कहा कि यह घटना बेहद हृदयविदारक है और इस दुख की इस घड़ी में पूरी उत्तराखंड सरकार वनकर्मियों के परिजनों के साथ खड़ी है। इसके साथ-साथ मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की धनराशि दिए जाने के निर्देश दिए है।

जीवन राज (एडिटर इन चीफ)

समाजशास्त्र में मास्टर की डिग्री के साथ (MAJMC) पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर की डिग्री। पत्रकारिता में 15 वर्ष का अनुभव। अमर उजाला, वसुन्धरादीप सांध्य दैनिक में सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। राजनीतिक और सांस्कृतिक के साथ खोजी खबरों में खास दिलचस्‍पी। पाठकों से भावनात्मक जुड़ाव बनाना उनकी लेखनी की खासियत है। अपने लंबे करियर में उन्होंने ट्रेंडिंग कंटेंट को वायरल बनाने के साथ-साथ राजनीति और उत्तराखंड की संस्कृति पर लिखने में विशेषज्ञता हासिल की है। वह सिर्फ एक कंटेंट क्रिएटर ही नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स हैं जो हमेशा कुछ नया सीखने और ख़ुद को बेहतर बनाने के लिए तत्पर रहते हैं। देश के कई प्रसिद्ध मैगजीनों में कविताएं और कहानियां लिखने के साथ ही वह कुमांऊनी गीतकार भी हैं अभी तक उनके लिखे गीतों को कुमांऊ के कई लोकगायक अपनी आवाज दे चुके है। फुर्सत के समय में उन्हें संगीत सुनना, किताबें पढ़ना और फोटोग्राफी पसंद है। वर्तमान में पहाड़ प्रभात डॉट कॉम न्यूज पोर्टल और पहाड़ प्रभात समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ है।